Facts about manmohan singh biography in hindi
मनमोहन सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री) का जीवन परिचय (जन्म शिक्षा और उपलब्धियाँ ) | PM Manmohan Singh Biography, Achievements, Awards in Hindi
मनमोहन सिंह भारत गणराज्य के 14वें प्रधानमंत्री थे. वे एक प्रतिभाशाली अर्थशास्त्री, महान विद्वान और विचारक थे. 2009 में मिली जीत के बाद वे भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने जवाहर लाल नेहरू के बाद 10 वर्ष का कार्यकाल सफलतापूर्वक समाप्त किया.
मनमोहन जी प्रथम बार 2004 में तथा दूसरी बार 2009 में प्रधानमंत्री बने. मनमोहन सिंह पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे, जो हिन्दू नही थे. वे एक सरदार थे. इनका धर्म सिक्ख था. मनमोहन जी विनम्र व महान व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे.
बिंदु(Points) | जानकारी (Information) |
नाम (Name) | मनमोहन सिंह |
पिता का नाम (Father Name) | गुरुमुख सिंह |
जन्म (Birth) | 26 सितम्बर 1932 |
जन्म स्थान (Birth Place) | गाह (पंजाब) पाकिस्तान |
कार्यक्षेत्र (Profession) | राजनेता, अर्थशास्त्री |
पुरस्कार(Award) | पद्म विभूषण व अन्य |
मनमोहन सिंह का निजी जीवन (Manmohan Singh Personal Life)
मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितम्बर 1932 को गाह (पंजाब) पाकिस्तान में हुआ था.
Tropical islands galileo biographyइनके पिता का नाम गुरुमुख सिंह और माता का नाम अमृत कौर था. मनमोहन सिंह के बचपन में ही उनकी माता का स्वर्गवास हो गया था. उनकी दादी ने उनका पालन-पोषण किया था.
मनमोहन जी का विवाह 1958 में गुरुशरण कौर नाम की स्त्री से हुआ. इनकी 3 बेटियाँ हैं, उपिंदर, अमृत और दमन. पहली बेटी उपिंदर दिल्ली युनिवर्सिटी में इतिहास की प्रोफ़ेसर हैं. दूसरी बेटी अमृत अमेरिका सिविल लेबर्टी में काम करती हैं.
तीसरी बेटी दमन ने एक आई.पी.एस. ऑफिसर से शादी की और अब वे एक हॉउस वाईफ है.
मनमोहन सिंह की शिक्षा (Manmohan Singh Education)
मनमोहन जी बचपन से ही तेज़ दिमाग के थे. उनका पढाई में बहुत मन लगता था, जिस वजह से वो हर साल क्लास में टॉप करते थे. आज़ादी के बाद उन्हें अमृतसर आना पड़ा. आगे की पढ़ाई उन्होंने अमृतसर से ही की.
हिन्दू कॉलेज में एडमिशन लिया. मनमोहन सिंह ने ग्रेजुएशन चंडीगढ से किया, जहाँ उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन किया. आगे की पढाई के लिये वे कैब्रिज व ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी चले गये. पढाई के बाद वे पंजाब लौटकर आए फिर पंजाब यूनिवर्सिटी व दिल्ली स्कूल ऑफ़ इकोनोमिक्स के प्रोफ़ेसर बन गए.
मनमोहन सिंह का करियर (Manmohan Singh Career)
1971 में मनमोहन जी भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हुए और वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के तौर पर कार्यरत हुए.
1982 में भारतीय रिज़र्व बैंक में गवर्नर पद के लिए नियुक्त हुए. 1991 में मनमोहन सिंह जी ने राजनीति में प्रवेश किया. 1998 में वे राज्यसभा के सदस्य चुने गये. 2004 तक वे राज्यसभा में विपक्ष के नेता बने रहे, जब बी.जे.पी. की सरकार थी.
राजनीति और मनमोहन सिंह (Politics gleam Manmohan Singh)
मनमोहन जी राजनीति में आने के पहले सरकारी नौकरी में थे, जहाँ उन्हें बहुत सम्मान और प्रतिष्ठा मिली और उन्होंने कई पुरस्कार भी प्राप्त किये.
इसके कुछ समय बाद उन्होंने नौकरी छोड़ कर राजनेता बनने की ठान ली. 1991 में मनमोहन जी ने राजनीति में प्रवेश किया. इस समय पी.वी. नरसिम्हा राव प्रधानमंत्री बन चुके थे. उन्होंने केबिनेट मंत्रालय में मनमोहन जी को वित्तमंत्री बना दिया. इस समय देश बहुत बुरे आर्थिक दौर से गुज़र रहा था. मनमोहन सिंह ने देश की अर्थव्यवस्था सुधारने के लिये कई देशों के दौरे किये.
उन्होंने सत्ता में आते ही सबसे पहले ‘लायसेंस राज’ नाम की योजना को बंद किया.
लायसेंस राज नाम की योजना के अंतर्गत किसी भी व्यापारी को अपना व्यापार बदलने के पहले सरकार की अनुमति लेनी होगी. इस योजना से कई प्राइवेट फर्म को फायदा हुआ, जिससे देश की आर्थिक स्थिति को भी फायदा मिला.
इनके शासनकाल में देश की आर्थिक स्थिति बहुत मजबूत हो गयी, साथ ही कई क्रांतिकारी परिवर्तन भी आए.
इनके इसी योगदान के कारण इन्हें भारतीय वित्त का वास्तुकार कहा गया.
मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री कार्यकाल (Manmohan Singh whilst Prime Minister)
- 2004 में यु.पी.ए. की जीत हुई. मनमोहन जी के आम चुनाव में लोकसभा के चुनाव ना जीत पाने पर भी यु.पी.ए. की अध्यक्षा सोनिया गांधी ने उन्हें भारत का प्रधानमंत्री घोषित किया. उस समय तक मनमोहन सिंह जी लोकसभा के सदस्य भी नही बने थे.
राजनीति में साफ छवि रखते थे, इसी वजह से उन्हें भारतवासियों ने दिल से अपनाया. 22 मई 2014 को मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री पद की शपत ग्रहण की और पद संभाला. वित्तमंत्री पी. चिदम्बरम के सहयोग से मनमोहन सिंह ने व्यापार और अर्थव्यवस्था के विकास के लिए काम किया.
- 2007 में भारत का सकल घरेलु उत्पाद(GDP) 9% अधिक बढ़ गया.
जिससे भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा विकासशील अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया. मनमोहन सिंह जी के नेतृत्व में ग्रामीण नागरिकों की सुविधा के लिये राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन योजना की शुरुआत की. इस कार्य को दुनिया ने बहुत सराहा और इनके कार्यकाल में शिक्षा के क्षेत्र में भी बहुत सुधार हुआ. सरकार ने पिछड़ी जाति और समाज के लोगो को उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने के सफल प्रयास किये.
- 2008 में हुए आतंकवादी हमले के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( एन.आई.ए.) का गठन किया.
- 2009 में ई- प्रशासन और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकार का गठन किया गया, जिसके तहत लोगों को राष्ट्रीय पहचान पत्र देने की घोषणा की.
इस सरकार ने अलग-अलग देशों के साथ रिश्ते बनाए और बरक़रार रखे.
मनमोहन सिंह की उपलब्धियां (Manmohan Singh Achievements)
- 1982 में कैंब्रिज के जॉन के कॉलेज से मनमोहन सिंह को सम्मानित किया गया.
- 1987 में भारत सरकार ने उन्हें देश के चौथे सबसे बड़े सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया.
- 1994 में लन्दन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स ने प्रतिष्ठित आध्येता के रूप में उन्हें चुना.
- 1999 में राष्ट्रीय कृषि विज्ञान संस्था, नई दिल्ली, द्वारा मनमोहन जी को सदस्यता दी गई.
- 2002 में अन्ना साहेब चिरमुले ट्रस्ट द्वारा अन्ना साहेब चिरमुले पुरस्कार से सम्मानित किया.
- 2004 में भारतीय संसद ग्रुप ने मनमोहन जी को संसदीय अवार्ड से सम्मानित किया.
- 2010 में अपील ऑफ़ फाउंडेशन ने मनमोहन जी को वर्ड स्टेटमेंट अवार्ड से सम्मानित किया.
मनमोहन सिंह की किताब (Books of Manmohan Singh)
मनमोहन सिंह को भारत के सबसे बड़े अर्थशाष्त्री हैं.
भारत को वैश्वीकरण (Globalization) की और अग्रसर करने का श्रेय मनमोहन सिंह को ही जाता हैं. उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था पर ऐसी किताबें लिखी हैं जो कि इस क्षेत्र में स्तंभ के समान हैं. उनके द्वारा लिखी गयी किताब “चेंजिंग इंडिया” को ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा प्रकाशित कराया गया हैं. यह किताब का विमोचन 18 दिसंबर 2018 को स्वयं मनमोहन सिंह द्वारा किया गया था.
किताब का नाम (Book Name) | प्रकाशित तिथि (Published Date) |
Demonetisation: Blue blood the gentry Economists Speak | 2017 |
The Sasia Story Gather by Madanjeet Singh | 15 दिसंबर 2005 |
Chile: Institutions and Policies Underpinning Solidity and Growth (Occasional Paper (Intl Monetary Fund)) | 28 जून 2004 |
Chile: Institutions and Policies Underpinning Stability post Growth | 28 जून 2004 |
Deleveraging After Lehman–Evidence from Reduced Rehypothecation | 2004 |
The Use (and Abuse) of CDs Spreads Lasting Distress | 2004 |
Counterparty Risk, Impact on Covenant Flows and Role for Decisive Counterparties | 2005 |
The (Sizable) Role of Rehypothecation in the Shadow Banking System | 30 जून 2006 |
Growth Finance: Essays deduct Honour of C.
Rangarajan | 2011 |
Shadow Banking: Economics and Policy: 12 | 4 दिसंबर 2012 |
In Ghost’s Den | 19 दिसंबर 2015 |
India’s Economic Reforms And Development: Essays For Manmohan Singh | Mar 1998 |
Managing rectitude Fed’s Liftoff and Transmission be frightened of Monetary Policy | 23 सितम्बर 2015 |
Collateral beam Financial Plumbing 2nd Impression | 7 सितम्बर 2016 |
A girl in delusion (Part-1) | 2 दिसंबर 2018 |
Collateral and Monetary Plumbing: 2nd Impression | 7 सितम्बर 2016 |
Learn to Speak and Write Italian | सितम्बर 2007 |
Recovery Rates from Distressed Answerability – Empirical Evidence from Stage 11 Filings, International Litigation, crucial Recent Sovereign Debt Restructurings | अगस्त 2003 |
Are Credit Default Swaps Spreads Pump up session in Emerging Markets-An Alternative Line of attack for Proxying Recovery Value | 1 दिसंबर 2003 |
Counterparty Risk in the Nonprescription Derivatives Market | 2004 |
Collateral, Netting and Systemic Risk in the OTC Derivatives Market | 30 सितम्बर 2004 |
Vaccine Adjuvants person in charge Delivery Systems | 2 नवम्बर 2006 |
Use close Participatory Notes in Indian Justice Markets and Recent Regulatory Changes | 30 सितम्बर 2007 |
Making OTC Derivatives Make safe – A Fresh Look | मार्च 2011 |
Development of Vaccines | 4 मई 2011 |
Velocity nucleus Pledged Collateral: Analysis and Implications | 1 नवम्बर 2013 |
Novel Immune Potentiators swallow Delivery Technologies for Next Period Vaccines | 12 दिसंबर2012 |
Development of Vaccines: Discovery to Clinical Testing | 4 मई 2011 |
Biological Drug Products: Development reprove Strategies | 7 अक्टूबर 2013 |
Collateral and Fiscal Policy | 28 अगस्त 2013 |
The Changing Corroboratory Space | 28 जनवरी 2013 |
Financial Plumbing standing Monetary Policy | जून 2014 |
Untold Story be totally convinced by Arvind Kejriwal: Story of dialect trig Common man | 15 अगस्त 2016 |
Collateral title Financial Plumbing | 30 जून 2014 |
Limiting Freeman ?Puts an Example from Middle Counterparties | 12 नवम्बर 2015 |
Novel Approaches elitist Strategies for Biologics, Vaccines enjoin Cancer Therapies | 1 जनवरी 2015 |
Lyophilized Biologics and Vaccines: Modality-Based Approaches | 19 मई 2015 |
Anand Sahib – English Decoding and Transliteration: Sikh Religion Petition, Holy Scriptures | 22 मई 2015 |
Changing India | 18 दिसंबर 2018 |
मनमोहन सिंह पर आधारित फिल्मे (Films Based on Manmohan Singh)
सिंह के प्रधानमंत्री काल के दौरान हुई घटनाओं पर आधारित फिल्म “द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर” 11 जनवरी 2019 को रिलीज़ होने जा रही हैं.
इस फिल्म में मनमोहन सिंह का किरदार अनुपम खेर निभाने जा रहे हैं यह फिल्म इसी नाम से प्रकाशित संजय बारू की किताब “द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर” पर आधारित हैं. इस फिल्म की घोषणा अनुपम खेर अपने आधिकारिक अकाउंट से 6 जून 2017 को की थी. द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर का ट्रेलर 27 दिसंबर 2018 को रिलीज़ किया गया हैं. इस फिल्म का निर्देशन विजय रत्नाकर गुट्टे कर रहे हैं.
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